Rajiv Gandhi Khel Ratna Award Ka Naya Naam : Rajiv Gandhi Khel Ratna Award अब बन गया है Major Dhyan Chand Khel Ratna Award। जी हाँ, क्यूंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने Rajiv Gandhi Khel Ratna Award ka Naya Naam, Major Dhyan Chand Khel Ratna Award कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये जानकारी अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से दी है। आइये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं साथ ही जानते हैं कि Khel Ratna ki shuruat kab hui.
केंद्र सरकार का ये फैसला कई कारणों से लिया है। जिनमे पहला कारण है। Tokyo Olympic 2021 खेलों में भारतीय खिलाड़ियों का शानदार प्रयास और प्रदर्शन। और दूसरा कारण 29 अगस्त को मेजर ध्यानचंद की जयंती पर उनके सम्मान में समर्पित करने को लेकर।
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Who is Major Dhyan Chand कौन हैं मेजर ध्यानचंद ?
हॉकी के ‘जादूगर’ कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद हॉकी के महान खिलाडी थे। मेजर ध्यानचंद ने अपने अंतर्राष्ट्रीय खेल के दौरान 400 से भी अधिक गोल किये थे। तीन ओलिंपिक में 39 गोल किए थे। 1936 में बर्लिन में आखिरी ओलिंपिक के दौरान मेजर ध्यानचंद ने 13 गोल किये थे। तथा फाइनल में जर्मनी को 8-1 से मात देकर भारत ने गोल्ड प्राप्त किया था।
Major Dhyan Chand Khel Ratna Award पर लोगों की प्रतिक्रिया
जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल पर Rajiv Gandhi Khel Ratna Award को Major Dhyan Chand Khel Ratna Award करने की जानकारी दी। वैसे ही लोगों तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आने लगी। कुछ लोगों का मानना था की मोदी जी को ऐसा नहीं करना चाहिए था। Rajiv Gandhi Khel Ratna Award का नाम बदल कर कांग्रेस का अपमान कर रहें है। वहीँ कुछ लोग मोदी जी के इस फैसले को सही मान रहे थे। जिसमे ज्यादातर लोगों का मानना था कि Khel Ratna Award किस खिलाडी के नाम पर होना चाहिए न किसी राजनेता पर। Khel Ratna Award का नाम बदलकर मोदी जी ने मेजर ध्यानचंद को सही सम्मान दिया है। वैसे भी राजीव गाँधी जी के नाम पर देश में कई बड़े-बड़े पुरस्कार, योजनाएं, अस्पताल, एजुकेशन इंस्टीट्यूट, म्यूजियम, स्टेडियम, पार्क के अलावा और भी बहुत सी चीजें हैं।
राजीव गाँधी के नाम से देश में क्या-क्या है?
सबसे पहले बात करते है एयरपोर्ट की। तो राजीव गाँधी के नाम से भारत में सिर्फ एक ही एयरपोर्ट है। जो कि हैदराबाद (तेलंगाना) में राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नाम से है ।
भारत में स्थित राजीव गाँधी एजुकेशनल इंस्टीट्यूट, हॉस्पिटल, स्टेडियम एवं अन्य
भारत में करीब 30 से भी अधिक राजीव गाँधी एजुकेशनल इंस्टीट्यूट थे। जिनमे कुछ एजुकेशनल इंस्टीट्यूट का नाम बदल दिया गया है। लेकिन अब भी वर्तमान में 27 राजीव गाँधी एजुकेशनल इंस्टीट्यूट हैं।
राजीव गाँधी के नाम पर करीब 4 बड़े-बड़े हॉस्पिटल, 3 म्यूजियम और पार्क, 5 खेल स्टेडियम, 6 ट्रस्ट व संस्थान एवं बहुत-सी सरकारी योजनाएं हैं।
खेल रत्न की शुरुआत कब हुई Khel Ratna ki shuruat kab hui ?
Khel Ratna ki shuruat kab hui : खेल जगत से जुड़े सबसे बड़े पुरस्कार ‘खेल रत्न’ की शुरुआत सन 1991-92 में हुई थी। उस समय इसका नाम भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी के नाम पर रखा गया था। जिसे “राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार” कहते थे। उसी सत्र के दौरान ये पुरस्कार किसी खिलाड़ी को एक वर्ष में शानदार प्रदर्शन के कारण दिया जाता था। सबसे पहला खेल रत्न पुरस्कार विश्वनाथन आनंद को दिया गया था। अबतक कुल 43 भारतीय खिलाड़ियों को खेल रत्न से सम्मानित किया जा चुका है।
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